करुणा है कोरोना

वरदान आता है अभिशाप की तरह; कोरोना बीमारी को देख लें>

अभिशाप आता है वरदान की सी पैकिंग में: नई जीवनशैली का दिखावा, सोफ़ा, एसी, फ़्रिज देख लो।

 

अभिशाप  या वरदान उनके लिए, जिन्होंने जीवनशैली के रुप में जैसा चुना है। 

 

कुछ और उदाहरण भी सामने हैं। 

 

जैसे कोरोना के कारण बच्चों की स्कूलें बन्द होना, या अब परिक्षाओं के चंगुल से मुक्त सीधा अगली कक्षा में चढ जाना अधिकांश के लिए  लुभावने पैकिंग में आया अभिशाप है तो अन्य के लिए अनपेक्षित पैकिंग में अप्रिय अवसर रुपी वरदान।  

 

जैसे बग-दीदी,ट्रेजडीवाल, खाँग्रेस, लाल-पीले-हरे-नीले राजनैतिक चेहरे आदि के लिए सत्ता वरदान के पैकिंग में जन-गण का अभिशाप है तो वही सत्ता सेवा का माध्यम बनकर पूरे विश्व के लिए वरदान साबित हो रही है।

 

उदाहरण अनगिनत हमारे आस-पास ही हैं, जिनका तटस्थ मूल्यांकन हो।