फ़िरसे सोचो। अभी 2020 की यादें ताजा हैं, तुम घर में बैठे तो सबतरफ़ जश्न हुए। हवाएं साफ़, पानी साफ़, आकाश चमकअने लगा था तुम्हारी नन्ही बिटिया की मुस्कानों की तरह!
घर से ही काम करोना भाई।
मान लो, अगर बचना है; नहीं तो मौत मुबारक!
निष्कर्ष (In conclusion) तुम मरोगे तो धरती के बचने की राह बन सकती है।